Python से अपना खुद का AI Voice Assistant बनाएं – रामू भी बना सकता है!

 

Python से अपना खुद का AI Voice Assistant बनाएं – रामू भी बना सकता है!


🔊 क्या आपका भी सपना है अपना खुद का 'Alexa' बनाना?

alt="Python से बना हिंदी Voice Assistant जो समय, मौसम और बैटरी की जानकारी देता है – गांव के उपयोगकर्ताओं के लिए उपयोगी AI टूल


क्या आपने कभी सोचा है कि अगर मोबाइल आपको बोले:

"रामू भैया, मोबाइल की बैटरी 15% है, चार्ज में लगाइए!"

या

"Good morning! आज का मौसम 30 डिग्री है और धूप खिली है।"

तो कितना मज़ा आए? 😄 अब ये सब सिर्फ सपना नहीं रहा, आप Python की मदद से अपना खुद का Voice Assistant बना सकते हैं — वो भी बिना किसी भारी-भरकम कोडिंग ज्ञान के!


🧠 AI Voice Assistant क्या होता है?

Voice Assistant एक ऐसा प्रोग्राम होता है जो आपकी बात को सुनता है, समझता है और फिर आपको जवाब देता है।

जैसे:

  • Google Assistant
  • Amazon Alexa
  • Apple Siri

लेकिन ये सब बहुत बड़े-बड़े servers और भारी AI मॉडल्स पर काम करते हैं। हम यहां बात कर रहे हैं एक Mini Voice Assistant की जो आप Python से अपने लैपटॉप या कंप्यूटर में बना सकते हैं।


🎯 इस ब्लॉग में आप क्या सीखेंगे?

Voice Assistant की Working

Python में Text-to-Speech और Speech Recognition

Battery, Weather और Time जैसे Features जोड़ना

Step-by-step Code (हिंदी में समझाया गया)

Bonus: इसे Auto-Start पर कैसे लगाएं


📦 आपको किन Tools और Libraries की ज़रूरत पड़ेगी?

  • Python (3.10 या उससे ऊपर)
  • pyttsx3 → Text to Speech के लिए
  • speech_recognitionआवाज सुनने के लिए
  • datetime, os, psutil, requests → features के लिए
  • Optional: playsound, gTTS for fancy effects

इंस्टॉल कैसे करें? (CMD में चलाएं)

pip install pyttsx3 speechrecognition psutil requests


🛠️ Step-by-Step: एक Simple Voice Assistant का कोड

🔹 Step 1: Speak Function (Text को आवाज़ में बदलें)

import pyttsx3

 

engine = pyttsx3.init()

def speak(text):

    engine.say(text)

    engine.runAndWait()

🔹 Step 2: User की आवाज़ को सुनो

import speech_recognition as sr

 

def listen():

    r = sr.Recognizer()

    with sr.Microphone() as source:

        print("सुन रहा हूँ...")

        audio = r.listen(source)

        try:

            command = r.recognize_google(audio, language='hi-IN')

            return command.lower()

        except:

            return "सॉरी, दोबारा बोलिए"

🔹 Step 3: Time, Battery और Weather Feature जोड़ना

import datetime

import psutil

import requests

 

# टाइम

def tell_time():

    time = datetime.datetime.now().strftime('%H:%M')

    speak(f"अभी का समय है {time}")

 

# बैटरी

def battery_status():

    battery = psutil.sensors_battery()

    percent = battery.percent

    speak(f"मोबाइल की बैटरी {percent} प्रतिशत है")

 

# मौसम (Dummy example)

def weather():

    speak("आज का मौसम साफ़ और धूप भरा है")

🔹 Step 4: Main Function – सब जोड़ो

while True:

    command = listen()

 

    if 'समय' in command:

        tell_time()

    elif 'बैटरी' in command:

        battery_status()

    elif 'मौसम' in command:

        weather()

    elif 'बंद' in command:

        speak("ठीक है, अलविदा!")

        break

    else:

        speak("माफ़ कीजिए, वो मैं नहीं कर सकता")


🚜 गाँव में कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?

ये असिस्टेंट गाँवों में कई तरीके से मददगार हो सकता है:

  • मोबाइल या लैपटॉप की बैटरी स्टेटस बोल कर बता दे
  • सुबह-सुबह मौसम बता दे ताकि किसान भाई प्लान कर सकें
  • बुज़ुर्गों को समय, दिन, तारीख की जानकारी दे
  • स्कूल स्टूडेंट्स को Motivate करे: "पढ़ाई का समय हो गया, चलो किताब खोलो!"

⚙️ Bonus: इसे Auto Start बनाएं (Windows में)

  1. अपनी .py फाइल को .bat में बदलो
  2. Windows के "Startup Folder" में डाल दो

इससे जैसे ही कंप्यूटर चालू होगा, आपका Voice Assistant भी बोलेगा:
"
रामू भैया, AI Samvaad चालू हो चुका है!"


📈 Important:

यह ब्लॉग खासकर उन लोगों के लिए है जो Python Voice Assistant को हिंदी में सीखना चाहते हैं, जानना चाहते हैं कि अपना Voice Assistant कैसे बनाएं, और चाहते हैं एक ऐसा हिंदी AI प्रोजेक्ट जो Students के लिए उपयोगी हो।

यह Assistant गाँव के लिए भी बहुत मददगार है – जैसे बैटरी बताने वाला AI, या ऐसा Offline AI Tool जो इंटरनेट के बिना भी काम करे। रामू जैसे गाँव के लोगों के लिए भी यह तकनीक अब पहुंच के अंदर है।


💥 निष्कर्ष: AI अब सिर्फ शहरों का खिलौना नहीं!

Python एक ऐसा औजार है जिससे कोई भी – चाहे वो गाँव का छात्र हो या शहर का coder – खुद के लिए AI टूल बना सकता है।

AI Samvaad की यही कोशिश है कि हम AI को देसी बनाएं — हमारे खेतों, घरों और स्कूलों तक लाएं।

तो देर किस बात की? आज ही Python इंस्टॉल करो और बोलो:

"AI भाई, अब तू ही संभाल!"


📣 अब आपकी बारी

अगर आपको ये ब्लॉग पसंद आया हो, तो इसे अपने दोस्तों, परिवार और गाँव के बच्चों के साथ शेयर करें।

नीचे कमेंट में बताइए, आप और किस AI टूल को बनाना चाहते हैं — हम अगला ब्लॉग उसी पर बनाएँगे!

सोच से समाधान तक – यही है AI Samvaad! 🚀🇮🇳

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